मैंने Blogger.com पर ब्लॉग लिखना क्यों छोड़ा ?

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    मैंने Blogger.com पर ब्लॉग लिखना क्यों छोड़ा?

    मैंने Blogger.com पर ब्लॉग लिखना क्यों छोड़ दिया – मेरी पूरी कहानी

    एक समय था जब मैं Blogger.com पर बड़े ही उत्साह से ब्लॉग लिखा करता था। हर पोस्ट में मेहनत, जुनून और कुछ नया देने की चाह होती थी। लेकिन धीरे-धीरे वो जुनून ठंडा पड़ गया और एक दिन मैंने ब्लॉगिंग करना बंद कर दिया। सवाल उठता है – क्यों?

    इस ब्लॉग पोस्ट में मैं विस्तार से बताऊँगा कि आखिर क्या वजहें थीं जिन्होंने मुझे Blogger.com से दूर कर दिया। अगर आप भी एक ब्लॉगर हैं या बनना चाहते हैं, तो यह कहानी आपके लिए बहुत मददगार साबित हो सकती है।

    1. डिजाइन और कस्टमाइज़ेशन की सीमाएं

    Blogger पर ब्लॉग बनाना आसान है, लेकिन जैसे-जैसे आप प्रोफेशनल दिखने वाली वेबसाइट की तरफ बढ़ते हैं, आपको इसकी सीमाएं समझ में आने लगती हैं।

    • पुराने डिज़ाइन और सीमित थीम्स
    • CSS और HTML का सीमित कंट्रोल
    • JavaScript को इंटीग्रेट करना मुश्किल
    • मोबाइल व्यू अक्सर गड़बड़ दिखता है

    जब ब्लॉग दिखने में आकर्षक न लगे, तो यूज़र रुकते नहीं, और यही मेरी पहली परेशानी थी।

    2. SEO की दिक्कतें और Google में रैंक ना होना

    ब्लॉग लिखना एक बात है, लेकिन उसे Google पर रैंक कराना एक कला है। Blogger में SEO के ज़रूरी फीचर्स जैसे Schema Markup, Advanced Meta Tags, और Fast Loading Theme का सपोर्ट बहुत सीमित है।

    मैंने कई SEO tutorials देखे, keywords optimize किए, लेकिन फिर भी मेरा ब्लॉग Google के पहले पन्ने पर कभी नहीं आया। जब मेहनत रंग नहीं लाती, तो हिम्मत टूट जाती है।

    3. Adsense अप्रूवल न मिलना

    मेरे लिए ब्लॉगिंग का मकसद सिर्फ ज्ञान बांटना नहीं था, मैं उससे थोड़ा बहुत कमाना भी चाहता था। लेकिन Blogger.com पर AdSense अप्रूवल एक बड़ी चुनौती थी।

    • बार-बार Rejection
    • Low quality site बताया जाना
    • कोई proper feedback ना मिलना

    मेरी उम्मीदें टूटती गईं। मैंने कई बार कंटेंट सुधारा, लेकिन फिर भी अप्रूवल नहीं मिला।

    4. ट्रैफिक का ना आना

    ब्लॉगिंग में सबसे ज़रूरी चीज़ है – ऑडियंस। जब आपके ब्लॉग पर व्यूज नहीं आते, तो आपको लगेगा कि आप अकेले ही बोल रहे हैं।

    मैंने कई पोस्ट लिखीं, उन्हें सोशल मीडिया पर शेयर किया, लेकिन ट्रैफिक बहुत कम मिला। ऐसा महसूस होने लगा कि शायद मेरी बातों में दम नहीं है।

    5. कंटेंट आइडियाज की कमी

    शुरुआत में कई नए आइडिया आते हैं, लेकिन एक समय बाद ऐसा लगने लगा कि क्या नया लिखूं? जो मैं लिख रहा हूं, क्या वो लोग पहले से ही नहीं जानते?

    Creativity एक ब्लॉगर की जान होती है। लेकिन जब दिमाग थक जाता है, तब हर नई पोस्ट एक बोझ सी लगने लगती है।

    6. टेक्निकल चीज़ों से डर लगने लगा

    Blogger पर Blogspot subdomain के साथ HTTPS, Custom Domain, Redirects, Robots.txt और Sitemap जैसी चीज़ें खुद manage करनी पड़ती हैं।

    ये सब इतना मुश्किल और टेक्निकल लगने लगा कि मैं खुद पर शक करने लगा। क्या मैं इस लायक हूँ?

    7. दूसरों से तुलना करना

    Instagram, YouTube या WordPress के ब्लॉगर्स को देखकर लगता था कि वो कितनी जल्दी grow कर रहे हैं। फिर अपने आप से सवाल पूछता – मैं क्यूं नहीं?

    ये तुलना धीरे-धीरे आत्मविश्वास को खत्म करने लगी।

    8. समय की कमी और निजी जीवन की प्राथमिकताएं

    Blogging में समय देना होता है – लिखना, रिसर्च करना, एडिट करना, प्रमोट करना। लेकिन जब असल ज़िंदगी में जिम्मेदारियाँ बढ़ने लगीं, तो ब्लॉगिंग पीछे रह गई।

    नौकरी, परिवार और अन्य जिम्मेदारियों के बीच Blogging कहीं खो गई।

    9. नकारात्मक प्रतिक्रिया और ट्रोलिंग

    कभी-कभी लोग कमेंट में बेवजह बुरा बोल जाते थे। "ये कौन है?", "कितना बकवास लिखा है" – ऐसे शब्द आत्मा को चोट पहुंचाते हैं।

    एक समय आया जब मैंने कमेंट्स पढ़ना बंद कर दिया और पोस्ट लिखना भी।

    10. मन से उतर गया

    सबसे बड़ा कारण यही था – मन से ब्लॉगिंग उतर गई। वो लगाव, वो उत्साह खत्म हो गया था। अब मैं ब्लॉग के एडिटर को खोलता तो खालीपन महसूस होता था।

    11. Google में Site URL Index ना होना

    Blogger.com पर blog बनाकर जब मैंने उसे Google Search Console में submit किया, तो कई बार URL ही index नहीं होता था।

    • Fetch as Google करने के बाद भी "Discovered – currently not indexed" जैसी warnings आती थीं
    • Proper Sitemap generate करना और submit करना भी manually करना पड़ता था
    • Googlebot site तक सही तरीके से नहीं पहुंच पाता था

    Indexing की समस्या के कारण पोस्ट Google पर दिखते ही नहीं थे – इससे ज़्यादा हतोत्साहित करने वाली बात और क्या हो सकती है?

    12. Redirect की समस्याएं

    एक समय पर मेरी साइट "www.example.blogspot.com" और "example.blogspot.com" दोनों URLs से खुल रही थी। ये एक SEO error है जिसे canonical error कहा जाता है।

    • Blogger में www और non-www redirection कभी-कभी सही से काम नहीं करता
    • HTTPS redirection की setting भी manual होती है और गलत config से site inaccessible हो सकती है
    • Custom domain लगाने के बाद भी DNS और redirect issue solve करना मुश्किल होता है

    इन Redirect समस्याओं की वजह से मेरी साइट की visibility और trust दोनों पर असर पड़ा।

    तो क्या Blogger.com खराब है?

    नहीं! बिलकुल नहीं। Blogger एक शानदार फ्री प्लेटफॉर्म है, लेकिन इसकी सीमाएं हैं। और हर ब्लॉगर को एक समय पर कुछ नया चाहिए होता है – नए टूल्स, फीचर्स और ग्रोथ।

    हो सकता है, मैंने Blogger को गलत समय पर छोड़ दिया। या शायद, मैंने सही समय पर छोड़कर खुद को नए रास्तों पर जाने का मौका दिया।

    अब आगे क्या?

    अब मैं अपने अनुभव को नए तरीके से इस्तेमाल कर रहा हूँ। SEO सीख रहा हूँ, WordPress explore कर रहा हूँ और शायद जल्दी ही एक नया ब्लॉग शुरू करूं – इस बार पूरी तैयारी के साथ।

    निष्कर्ष

    Blogging छोड़ना आसान नहीं था, लेकिन ज़रूरी था। Blogger.com ने मुझे बहुत कुछ सिखाया, लेकिन अब वक़्त है और आगे बढ़ने का।

    अगर आप भी ब्लॉगिंग छोड़ने की सोच रहे हैं, तो पहले खुद से पूछिए – "क्या मैं वाकई अपना सपना छोड़ना चाहता हूं?"

    शायद नहीं। तो फिर एक बार फिर से कोशिश कीजिए – इस बार सही रणनीति और पूरे आत्मविश्वास के साथ।

    आपका अनुभव क्या कहता है?

    क्या आपने भी कभी ब्लॉगिंग छोड़ी है? किस वजह से? नीचे कमेंट करें, मुझे जानकर खुशी होगी।

    लेखक: एक भूतपूर्व Blogger, जो फिर से उड़ान भरने की तैयारी में है।

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